जीवन पथ तो इक संघर्ष | Jeevan Path to Ek Sangharsh
Vivek Shukla
10:12 PM
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जीवन पथ तो इक संघर्ष | Jeevan Path to Ek Sangharsh
कौन रहा है चिर काल तक कौन रहेगा
केवल धूमिल स्मृतियां रह जाती
बैठे झर झर नीर बहाते, लाज ना आती
जीवन पथ तो इक संघर्ष।
क्या लाये थे जो खोया है
व्यथित किस ताने बाने में
संशय छोड़ो, कर्मों का आह्वान करो
जीवन पथ तो इक संघर्ष।
टूट गए हो इक गलती में
जीवन को बस इतना जाना
गिरना तो नियति है, उठो, सुधार करो
जीवन पथ तो इक संघर्ष।
दारुण निशा, संकट है भारी
तम में तमचर राह जोहते
निर्भय हो प्रस्थान करो
जीवन पथ तो इक संघर्ष।।